शासन की पहल से सुलोचना हुई कुपोषण मुक्त

 "खुशियों की दास्तां" नियमित खाना नास्ता से बदली हालत''


राजगढ़ (ब्यावरा) | बालिका सुलोचना कुपोषण से जन्म से ही ग्रस्त थी। सेम फ्री अभियान राजगढ़ में उसे श्री ईश्वर वर्मा पटवारी को गोद दिया गया। पटवारी ईश्वर वर्मा ने सुलोचना को कपड़े खाद्य सामग्री हारलिक्स घी दाने शक्कर मिल्क पाउडर और फल आदि दिये। और परिवार से गृहभेट कर सुलोचना की देचाभाल करने के लिए कहा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कौशल्या बाई द्वारा सुलोचना पर विशेष ध्यान दिया गया एवं स्वास्थ्य जांच कराई गई और उसे प्रतिदिन केन्द्र पर नाश्ता और भोजन खिलाया गया।
    आंगनवाडी केन्द्र पर ही उसे फल या उबले आलू खिलाये पटवारी से प्राप्त सामग्री से पाउडर बनाया जो कि कार्यकर्ता द्वारा प्रतिदिन खिलाया गया। कार्यकर्ता कौशल्या ने गृहभेट कर माता पिता को घर पर भी देख भाल करने और साफ सफाई से रखने की समझाइश दी। कार्यकर्ता के सतत प्रयास एवं अभिभावक द्वारा उपलब्ध सामग्री से सुलोचना की एम.यू.सी. टेप का माप 11.7 है और वह सेम फ्री की श्रेणी से मुक्त है कार्यकर्ता कौशल्या के सुलोचना को सेम मुक्त करने के प्रयासों को देखकर सुलोचना के माता पिता भी अब सुलोचना के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक  है।