राजगढ़ में सुधर गई, विधायकजी आप भी गुस्सा कर लो ताकि पटरी पर आ सके ब्यावरा की व्यवस्थाएं!

राजगढ़ में सुधर गई, विधायकजी आप भी गुस्सा कर लो ताकि पटरी पर आ सके ब्यावरा की व्यवस्थाएं!


ब्यावरा. एक दिन पहले राजगढ़ विधायक बापूसिंह तंवर के गुस्सा कर लेने और हाथोंहाथ स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करा देने के बाद जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं कुछ हद तक पटरी पर आई हैं। इसी कड़ी में ब्यावरा की जनता ने यहां के विधायक से अपील की है कि विधायकजी आप भी गुस्सा कर लीजिए, ताकि शहर की व्यवस्थाएं पटरी पर आ जाएं।
दरअसल, हर तरह से छली जा रही शहर की जनता को अब न्याय की आस कहीं नहीं बची है।


लोग आज भी सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए त्रस्त है। सालों पुराना मुद्दा धूल, नल, ट्रैफिक इसी से लोग जूझ रहे हैं। हर कदम पर लोग परेशान हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। करोड़ों रुपए की लागत से बना डिवाइडर वाला रोड धूल खा रहा है, डेढ़ किमी का अस्पताल रोड अभी तक पूरा नहीं हो पाया। गली-मोहल्लों में भी रोड खुदे पड़े हैं, लोगों के घरों तक नपा का पानी नहीं पहुंच पाया। ऐसी तमाम बुनियादी सुविधाओं के लिए लोग परेशान हैं। अब तंग आकर उन्होंने विधायक गोवर्धन दांगी को सीधा आग्रह किया है कि आप थोड़ा सख्त जाइए, ताकि सब कुछ सुधर सके।


जनता की मांगें, विधायक से उम्मीदें
धूल-गंदगी से निजात दिला दो : करीब 50 साल से ब्यावरा की जनता धूल और गंदगी से परेशान हैं। कोई इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहा। कितने ही नेता आए और गए लेकिन यह जस की तस कायम है।



सरकारी अस्पताल में रैबिज दिलवा दो : लोगों का कहना है कि शहर में आवारा कुत्ते तो बढ़ गए हैं वे लोगों को काट भी रहे लेकिन सरकारी अस्पताल में महीनों से रैबिज के इंजेक्शन नहीं है। लोग जाते हैं और उन्हें बैरंग लौटना पड़ता है। यहां तक कि जिला अस्पताल में तक यह इंजेक्शन नहीं मिलता।



अतिक्रमण हटवा दो : जिस अतिक्रमण के कारण 20 करोड़ का रोड अटका पड़ा है वे आज तक नहीं टूटे। इसी रोड के लिए कई गरीबों को बेसहारा कर दिया गया। उनका रोजगार छुट-पुट गुमटियां हट जाने से छिन गया और शहरभर में अतिक्रमण काबिज है। रसूखदारों पर किसी का कोई जोर नहीं चल पाया।



नालियां साफ करवा दो : महीनों से नालियां रौंधी पड़ी है, सिर्फ जहां से आप जैसे नेता और अफसर निकलते हैं वहीं सफाई होती है। बाकी जगह मलबा रोड पर बह रहा है। नालियों का पानी घरों के बाहर बह रहा है। नगर पालिका इस पर ध्यान ही नहीं देती, लोग बीमार पड़ रहे हैं।




ट्रैफिक सुधरवा दो :


नपा ने ट्रैफिक सिग्नल, जेब्रा क्रॉसिंग तो लगवा दी लेकिन क्या बार-बार उलझने वाले ट्रैफिक से निजात मिलेगी? क्या यहां पुलिस प्रॉपर तैनात रह पाएगी ताकि इंदौर नाके से बस स्टैंड तक सुकून से जाया जा सके। जनता रोज इस जाम में फंसी रहती है लेकिन उनका दर्द कोई नहीं समझ रहा।


अधूरे रोड बनवा दो : कई आधे-अधूरे रोड अभी बचे हैं, कई जगह धूल उड़ रही है। कॉलोनियों, वार्डों में पाइप लाइन के लिए खोदे गए रोड धूल खा रहे हैं। न वहां लाइन डाली गई न ही रोड बने। उससे उडऩे वाली धूल और गड्ढे वाहन चालकों को परेशान कर रहे हैं, इन पर परिषद ने ध्यान ही नहीं दिया।
जनता को बहुत उम्मीदें हैं
शहर की जनता को जनप्रतिनिधियों से बहुत उम्मीदें होती है, उनसे ही खुलकर बात कह पाते हैं। हम उम्मीद करेंगे कि हमारे यहां के विधायकजी भी जनता का दर्द समझेंगे और उनके लिए आगे आएंगे।
-डी. आर. यादव, रिटायर्ड शिक्षक, शहीद कॉलोनी, ब्यावरा
जनता वाकई में परेशान है
अवारा पशु परेशानी का कारण बन रहे हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो वाकई में शहर की जनता परेशान है। विधायकजी को तीखा रुख अपनाकर जिम्मेदार अधिकारियों से बात करना चाहिए।
-डॉ. के. सी. मिश्रा, वरिष्ठ समाजसेवी, ब्यावरा
बेहतर प्लॉनिंग करेंगे
सभी के साथ बैठकर हम तमाम मुद्दों पर बात करेंगे। जिस भी कारण काम अटके हैं या अधूरे हैं उस पर बिंदुवार समीक्षा करेंगे। जहां जरूरत पड़ेगी वहां सख्ती भी अपनाएंगे। हमारे लिए शहर की जनता पहले है उनकी सुविधा ही प्राथमिकता है उसके बाद बाकी सब बाद में।
-गोवर्धन दांगी, विधायक, ब्यावरा