9 नवंबर के निर्णय को जीवित रखने से समुदाय को नुकसान

बॉलीवुड कलाकारों समेत अलग-अलग क्षेत्रों की करीब 100 मुस्लिम हस्तियों ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देने का विरोध किया। मंगलवार को उनके साझा बयान में कहा गया है कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका से मुस्लिमों का फायदा होने की बजाय नुकसान ही होगा। बयान पर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, अभिनेत्री शबाना आजमी, पत्रकार जावेद अहमद, हैदराबाद के सामाजिक कार्यकर्ता आरिज अहमद, चेन्नई के वकील एजे जवाद और मुंबई के लेखक अंजुम राजाबली जैसी हस्तियों के हस्ताक्षर हैं।


उन्होंने कहा कि भारतीय मुस्लिम समुदाय, संविधान विशेषज्ञ और धर्मनिरपेक्ष संस्थान इस बात से नाखुश हैं कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने फैसला सुनाते वक्त कानून के बजाय विश्वास को ऊपर रखा। लेकिन यह भी कहा कि अगर इस मुद्दे को जीवित रखा जाता है तो मुस्लिम समुदाय को नुकसान ही उठाना पड़ेगा।


अयोध्या पर 9 नवंबर को फैसला आया था


शीर्ष अदालत ने 9 नवंबर को अपने ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या की विवादित जमीन पर ट्रस्ट का गठन कर मंदिर बनाने और मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। पूरे देश ने इस फैसले का स्वागत किया था। वहीं, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत-ए-हिंद ने फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का फैसला लिया है